Indian Equities Fall: Sensex Down 600, Nifty Down 180 After US Tariff Shock

News Updates
News Updates
Get India's latest breaking news, trending headlines, political updates, sports, tech, and entertainment stories – only on TheNewsUpdates.info
5 Min Read

गुरुवार को भारतीय शेयर बाज़ार भारी गिरावट के साथ खुले क्योंकि अमेरिका ने भारतीय वस्तुओं पर 25% अतिरिक्त शुल्क (tariff) लागू कर दिया। यह नया टैरिफ बुधवार से प्रभावी हुआ था, लेकिन उस दिन भारतीय बाज़ार स्थानीय अवकाश के कारण बंद थे। नतीजा यह रहा कि गुरुवार की शुरुआत में ही Indian Equities Fall की सुर्खियाँ छा गईं।

सुबह 9:17 बजे तक BSE Sensex 600 अंक गिरकर 80,315 पर और Nifty 50 करीब 180 अंक फिसलकर 24,583 पर पहुँच गया। दोनों इंडेक्स में लगभग 1% की गिरावट ने दिखा दिया कि वैश्विक आर्थिक बदलावों के प्रति भारतीय share market कितना संवेदनशील है।

बाज़ार क्यों टूटा?

गुरुवार की गिरावट की सबसे बड़ी वजह अमेरिका का फैसला है, जिसमें उसने भारतीय आयात पर 25% टैरिफ लगा दिया है। इससे भारतीय वस्तुएँ अमेरिकी बाज़ार में महंगी हो जाएँगी और उनकी प्रतिस्पर्धा कम होगी। इसका सीधा असर भारतीय निर्यात कंपनियों पर पड़ेगा, खासकर टेक्सटाइल, केमिकल्स, मेटल्स और इंजीनियरिंग सेक्टर पर।

निवेशकों को डर है कि इससे कंपनियों के मुनाफ़े पर असर होगा। यही वजह है कि Sensex Down और Nifty Down दिखा। विदेशी निवेशक भी अक्सर ऐसे हालात में पैसा निकालना शुरू कर देते हैं, जिससे बाज़ार और दबाव में आ जाता है।

सेक्टरवार प्रदर्शन

कुल 16 में से 14 सेक्टर गिरावट में रहे। सबसे ज्यादा चोट इन सेक्टरों को लगी:

  • मेटल्स और माइनिंग – एक्सपोर्ट पर निर्भर होने से सबसे ज़्यादा नुकसान।
  • टेक्सटाइल और गारमेंट्स – अमेरिकी बाजार में महंगे होने से कमजोरी।
  • आईटी सर्विसेज – डॉलर में कमाई होने के बावजूद दबाव में।

केवल हेल्थकेयर और FMCG सेक्टर थोड़ी मजबूती दिखा पाए क्योंकि निवेशकों ने डिफेंसिव स्टॉक्स में खरीदारी की।

मिड-कैप इंडेक्स 0.1% टूटा और स्मॉल-कैप 0.2% नीचे रहा, यानी दबाव पूरे बाज़ार में फैला।

पहले से ही कमजोर बाज़ार Indian Equities Fall

मंगलवार को ही बाजार कमजोर था, जब Sensex Down लगभग 1% और Nifty Down करीब 1% गिरा था। यह तीन महीने में सबसे बड़ी एक दिन की गिरावट थी। बुधवार को छुट्टी थी, इसलिए गुरुवार को पूरा असर दिखा।

यह लगातार कमजोरी दिखाती है कि निवेशक निकट भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

एक्सपर्ट्स की राय

विशेषज्ञों का मानना है कि निकट भविष्य में दबाव जारी रह सकता है।

  • निर्यात कंपनियों पर सीधा असर पड़ेगा।
  • विदेशी निवेशकों का भरोसा हिल सकता है।
  • वैश्विक अनिश्चितता से भारत भी अछूता नहीं रहेगा।
  • तकनीकी विश्लेषकों के अनुसार Nifty 50 का सपोर्ट 24,400 और Sensex का सपोर्ट 80,000 है।

निवेशकों के लिए असर

रिटेल निवेशकों के लिए गिरावट चिंता का कारण है, लेकिन विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि घबराकर बेचने की बजाय धैर्य रखें। लंबे समय के निवेशक इस गिरावट का फायदा अच्छे स्टॉक्स सस्ते में खरीदकर उठा सकते हैं।

वैश्विक बाज़ार का असर

सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि एशियाई बाज़ारों में भी गिरावट दिखी। चीन, दक्षिण कोरिया और ताइवान में भी इंडेक्स गिरे क्योंकि निवेशक वैश्विक व्यापार तनाव से चिंतित हैं।

भारतीय share market भी पूरी तरह ग्लोबल इकोनॉमी से जुड़ा है। इसलिए जब भी ट्रेड वॉर जैसी स्थिति बनती है, उसका सीधा असर Sensex और Nifty पर दिखता है।

आगे क्या उम्मीद?

अब सबकी निगाहें भारत सरकार की प्रतिक्रिया पर टिकी हैं। यदि भारत पलटवार करता है तो तनाव और बढ़ सकता है। अगर दोनों देश बातचीत करते हैं तो स्थिरता लौट सकती है।

साथ ही, घरेलू आंकड़े जैसे GDP, महंगाई और कॉर्पोरेट रिज़ल्ट भी बाजार की दिशा तय करेंगे।

निष्कर्ष

गुरुवार की गिरावट ने दिखा दिया कि भारतीय शेयर बाजार वैश्विक घटनाओं के प्रति कितना संवेदनशील है। Sensex Down 600 points और Nifty Down 180 points के साथ हेडलाइन बनी Indian Equities Fall

हालांकि शॉर्ट-टर्म दबाव रहेगा, लेकिन लंबे समय के निवेशकों के लिए यह अवसर भी हो सकता है। मजबूत घरेलू अर्थव्यवस्था और बढ़ती निवेशक भागीदारी भविष्य में स्थिरता ला सकती है।

Share This Article
Follow:
Get India's latest breaking news, trending headlines, political updates, sports, tech, and entertainment stories – only on TheNewsUpdates.info
Leave a Comment