Sensex Today | Nifty 50 | Stock Market LIVE Updates
गुरुवार, 31 जुलाई 2025 को भारतीय Stock Market में बड़ी गिरावट देखी गई। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत से होने वाले आयात पर 25% टैरिफ (शुल्क) लगाने की घोषणा की, जिससे बाजार में घबराहट फैल गई। इसके अलावा, उन्होंने रूस से तेल खरीदने पर अतिरिक्त सज़ा देने का भी इशारा किया।
इस घोषणा के बाद Sensex Drops करते हुए 600 अंकों से ज़्यादा गिर गया और Nifty 50 भी 24,700 के नीचे आ गया। इस गिरावट का असर लगभग सभी सेक्टरों पर पड़ा और Share Market में भारी बिकवाली देखने को मिली।
📉 क्या था गिरावट की वजह?
बुधवार रात ट्रंप ने यह घोषणा की कि 1 अगस्त से भारत से होने वाले सभी आयातों पर 25 प्रतिशत शुल्क लगेगा। साथ ही, उन्होंने रूस से तेल खरीदते रहने वाले देशों पर सख्त कार्रवाई की बात कही।
भारत, जो रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदता रहा है, अब अमेरिकी नाराज़गी के निशाने पर आ गया है। इससे भारत के निर्यात पर बुरा असर पड़ सकता है और आयात महंगा हो सकता है, जिससे महंगाई और रुपये पर दबाव बढ़ेगा।
🔻 Sensex और Nifty में बड़ी गिरावट
BSE Sensex सुबह भारी गिरावट के साथ खुला और 600 से ज़्यादा अंक गिरकर 81,092.45 तक पहुंच गया। वहीं, NSE Nifty 50 भी करीब 230 अंकों की गिरावट के साथ 24,672.30 पर ट्रेड कर रहा था।
कौन-कौन से सेक्टर सबसे ज़्यादा गिरे:
- IT कंपनियाँ: Infosys, TCS, Wipro – निर्यात पर असर की चिंता में गिरावट
- तेल और गैस कंपनियाँ: Reliance, ONGC – रूस से तेल पर प्रतिबंध की चिंता
- ऑटो सेक्टर: Maruti, Tata Motors – निर्यात और लागत में वृद्धि का डर
- बैंकिंग स्टॉक्स: HDFC Bank, ICICI Bank – मिलाजुला प्रदर्शन
📊 सेक्टर-वार प्रदर्शन
🟢 बढ़त वाले स्टॉक्स:
- कुछ ही स्टॉक्स हरे निशान में रहे, जैसे कि डॉ. रेड्डीज़ लैब्स, Divi’s Laboratories, और HUL जैसी FMCG कंपनियाँ।
🔴 गिरावट वाले स्टॉक्स:
- IT, ऑटो, मेटल, बैंकिंग, और तेल कंपनियों में सबसे ज़्यादा गिरावट देखी गई।
🗣️ एक्सपर्ट्स की राय
रमेश शाह, मार्केट एक्सपर्ट:
“यह टैरिफ फैसला पूरी तरह से अनएक्सपेक्टेड था। बाजार ने इसका अनुमान नहीं लगाया था, इसलिए इतनी तेज गिरावट आई।”
नेहा मेहता, ग्लोबल मार्केट स्ट्रैटजिस्ट:
“अब वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता बढ़ गई है। विदेशी निवेशक बाजार से पैसे निकाल सकते हैं, जिससे रुपये और शेयर बाजार दोनों पर दबाव रहेगा।”
💱 रुपये और विदेशी बाजारों पर असर
भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ₹83.92 तक कमजोर हुआ।
दूसरे एशियाई बाजारों जैसे जापान का Nikkei 225 और हांगकांग का Hang Seng भी गिरावट में रहे। अमेरिका के शेयर फ्यूचर्स ने भी निगेटिव ओपनिंग का संकेत दिया।
🏦 FIIs और DIIs की गतिविधि
- Foreign Institutional Investors (FIIs) ने लगभग ₹1,200 करोड़ की बिकवाली की।
- वहीं Domestic Institutional Investors (DIIs) ने कुछ हद तक खरीदारी की, लेकिन वह बाजार को संभाल नहीं पाए।
🛢️ रूस-भारत तेल व्यापार: चिंता क्यों?
भारत रूस से सस्ता कच्चा तेल खरीदता रहा है, लेकिन अमेरिका इसे पसंद नहीं करता। अब ट्रंप के नए बयान से:
- तेल आयात महंगा हो सकता है
- पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ सकते हैं
- ट्रांसपोर्ट, एविएशन और लॉजिस्टिक सेक्टर पर असर पड़ेगा
इसका सीधा असर Share Market पर पड़ा है।
📝 निवेशकों को क्या करना चाहिए?
1. घबराएं नहीं
बाजार में इस तरह की गिरावट आती रहती है। जल्दबाज़ी में शेयर बेचना नुकसानदायक हो सकता है।
2. अच्छी कंपनियों पर ध्यान दें
मजबूत फंडामेंटल वाली कंपनियों में निवेश बनाए रखें, जैसे बैंकिंग, FMCG और फार्मा सेक्टर।
3. पोर्टफोलियो को डाइवर्सिफाई करें
डिफेंसिव सेक्टरों जैसे हेल्थकेयर, FMCG को शामिल करें।
4. कैश बचाकर रखें
ऐसे समय में गिरावट के बाद अच्छी कंपनियों के शेयर सस्ते मिल सकते हैं।
🔮 आगे का अनुमान
विशेषज्ञ मानते हैं कि बाजार में आने वाले दिनों में उतार-चढ़ाव बना रहेगा, जब तक:
- अमेरिका टैरिफ को लेकर नरम रवैया नहीं अपनाता
- रूस से तेल खरीद पर कोई समाधान नहीं निकलता
- महंगाई नियंत्रण में नहीं रहती
सभी की नजर अब अगले हफ्ते आने वाले GDP डेटा, महंगाई दर, और US Fed की मीटिंग पर है।
🔚 निष्कर्ष
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की टैरिफ घोषणा के चलते भारतीय Stock Market में बड़ी गिरावट देखी गई। Sensex Drops करते हुए 600 अंक टूटा और Nifty भी 24,700 के नीचे आ गया।
अब निवेशकों को धैर्य रखने और सोच-समझकर फैसले लेने की ज़रूरत है। यह गिरावट लंबी नहीं भी हो सकती, लेकिन सतर्कता जरूरी है।