सुशांत सिंह राजपूत, एक ऐसा नाम जिसने बॉलीवुड में अपनी अलग पहचान बनाई। उनकी असमय मृत्यु ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। आज भी उनके चाहने वाले उनकी यादों को संजोए हुए हैं। हाल ही में उनके करीबी दोस्त आलोक पांडे ने सुशांत के आखिरी मैसेज की कहानी साझा की, जो उनके जीवन के अनकहे पहलुओं को उजागर करता है।
सुशांत और आलोक पांडे की दोस्ती
सुशांत और आलोक पांडे की दोस्ती फिल्म ‘एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी‘ के दौरान शुरू हुई थी। आलोक ने इस फिल्म में ‘चित्तू’ का किरदार निभाया था और तभी से दोनों के बीच गहरी दोस्ती हो गई थी। आलोक ने बताया कि सुशांत बेहद पॉजिटिव और एनर्जेटिक इंसान थे, जो हमेशा अपने दोस्तों को प्रेरित करते थे।
सुशांत का आखिरी मैसेज
आलोक पांडे ने एक इंटरव्यू में बताया कि जिस दिन सुशांत की मृत्यु की खबर आई, उसी दिन उन्होंने सुशांत को एक मैसेज किया था। उन्होंने कहा, “मुझे लगा कोई मजाक कर रहा है। जब न्यूज चैनल पर देखा तब यकीन हुआ और मैं सन्न रह गया।” आलोक ने बताया कि सुशांत ने उन्हें इंस्टाग्राम पर एक कविता भेजी थी, जिस पर उन्होंने लंबा जवाब दिया था और मिलने की बात कही थी। लेकिन दुर्भाग्यवश, वह मुलाकात कभी नहीं हो पाई।
सुशांत की जिंदगी के अनछुए पहलू
सुशांत सिंह राजपूत सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक गहराई से सोचने वाले व्यक्ति थे। उन्होंने हमेशा ज्ञान और विज्ञान में रुचि दिखाई। आलोक ने बताया कि सुशांत ने उन्हें कई बार प्रेरित किया और उनके काम की सराहना की। उन्होंने कहा, “जब मैंने उन्हें मैसेज कर अपनी फिल्म की सफलता की बधाई दी, तो उन्होंने तुरंत जवाब दिया, ‘कमाल के एक्टर हो तुम’।” यह दिखाता है कि सुशांत अपने दोस्तों को कितना महत्व देते थे।
सुशांत की यादें और आलोक की भावनाएं
आलोक पांडे ने बताया कि ‘छिछोरे’ फिल्म के बाद सुशांत से उनकी बातचीत कम हो गई थी, लेकिन उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इतना बड़ा झटका लग सकता है। उन्होंने कहा, “उसका जाना मेरे लिए शाहरुख, आमिर या सलमान के चले जाने जैसा था। वो मेरे लिए एक सुपरस्टार था, और उसका जुड़ाव मेरे लिए बहुत खास था।”
सुशांत की विरासत
आज सुशांत सिंह राजपूत की पांचवीं पुण्यतिथि पर उनके चाहने वाले उन्हें याद कर रहे हैं। उनकी फिल्मों, उनके विचारों और उनके जीवन के प्रेरणादायक पहलुओं को संजोने की जरूरत है। आलोक पांडे की यह भावुक बातचीत हमें यह एहसास दिलाती है कि सुशांत सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक असाधारण इंसान थे, जिनकी यादें हमेशा जीवित रहेंगी।